ग्रामीण शिक्षा विकास समिति के अंर्तगत नंद लाल गीता विद्या मन्दिर, तेपला में 1 जून 2017 से 16 जून 2017 तक आचार्य विकास वर्ग का आयोजन हुआ। वर्ग में ग्रामीण क्षेत्र के तीनों संकुलों क्रमश: तेपला, निगदू व बहुअकबरपुर के 16 विद्यालयों से 34 आचार्या दीदी व 5 भैया ने वर्ग पूर्ण किया। वर्ग की दिनचर्या प्रात: 4:30 से रात्रि 10 बजे तक प्रात:स्मरण, योग, वन्दना व गीत अभ्यास, दिशा-बोध, शिक्षण कालांश, चर्चा सत्र व रात्रि कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षाप्रद सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सम्पन्न होती थी। वर्ग में श्री जगन्नाथ जी महामंत्री ग्रामीण शिक्षा विकास समि ति, वर्ग पालक के रूप में पूर्ण समय वर्ग में रहे। इसके अतिरिक्त 4 पूर्णकालिक शिक्षक, 1 प्रबंधक, 7 अल्पकालिक शिक्षक एवं आयोजक विद्यालय के 30 पूर्ण एवं अल्पकालिक
प्रबंधकों का वर्ग में सहयोग रहा। वर्ग में 20 अधिकारियों व विषय विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। आचार्य विकास वर्ग में विज्ञान का प्रायोगिक व कक्षा कक्ष में उपस्थित संसाधनों के माध्यम से गणित विषय को नवाचार के माध्यम से पढ़ाने का कालांश श्री रवि जी प्रान्त सह संगठन मंत्री द्वारा लिया गया जो शिक्षार्थियों को रूचिपूर्ण लगा। मा0 राजेन्द्र जी बघेल द्वारा दो कालांश एवं श्री रवि जी द्वारा लिए गए कालांश पीपीटी के माध्यम से हुए एवं प्रात: स्मरण, वन्दना अभ्यास भी कुछ समय पीपीटी के माध्यम से हुआ जोकि ग्रामीण विद्यालय के शिक्षार्थियों के लिए नया अनुभव रहा। वर्गपूर्व बनाई गई योजना में तय किए गए अधिकतर विषय लिए गए। वर्ग में शैक्षिक भ्रमण का नया प्रयोग किया गया जिसमें शिक्षार्थियों की 4 अलग-अलग टोलियां बनाकर 4 गांवों में भेजा गया व इनको अभिभावक संपर्क, संस्कार केन्द्र, सेवा बस्ती में संपर्क व ग्राम सर्वेक्षण का कार्य दिया गया जो शिक्षार्थियों व टोली प्रमुखों ने एक पत्रक के माध्यम से तय किए गए बिन्दुओं द्वारा जानकारी एकत्र की एवं रात्रि कार्यक्रम में अनुभव कथन के कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किए। वर्ग में यह कार्यक्रम उत्साहवर्धक रहा। 15 जून सांयकाल को समापन समारोप में शिक्षार्थियों ने शारीरिक एवं योग,
सामूहिक गीत का प्रदर्शन किया व मा0 महावीर जी के दिशाबोध, आचार्य निर्माण से राष्ट्र निर्माण विषय से कार्यक्रम का समापन हुआ। 16 जून प्रात: डा0 श्रीपाल जी एवं वर्गपालक श्री जगन्नाथ जी द्वारा वर्ग में शिक्षार्थियों द्वारा तैयार की गई हस्तलिखित पत्रिका प्रेरणादीप का
विमोचन, प्रमाण पत्र देकर एवं डा0 श्रीपाल जी के उदबोधन के साथ वर्ग सफलतापूर्वक समपन्न हुआ।