यदि मानव कल्याण का भाव नहीं रहा तो भौतिक प्रगति होते होते विज्ञान अभिशाप भी बन सकता है: रवि कुमार

विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा सस्थान के अंतर्गत विद्या भारती, हरियाणा के द्वारा 17वां प्रांतीय ज्ञान-विज्ञान मेले का आयोजन गीता विद्या मंदिर व मा विद्यालय, गोहाना में दिनांक 20 से 22 अक्टूबर 2018 तक हुआ| जिसमें हरियाणा प्रान्त के 9 संकुलों के 31 विद्यालयों से 549 प्रतिभागी (273 बहनें, 276 भैया), 60 संरक्षक आचार्य व एवं सहभागियों को मिलाकर 620 की उपस्थिति रही|  मेले में चार विभाग- विज्ञान, वैदिक गणित, संस्कृत ज्ञान एवं संगणक से सम्बन्धित 15 प्रकार की प्रतियोगिताएँ प्रश्न-मंच, प्रदर्श, प्रयोग एवं पत्रवाचन स्वरूप में चार वर्गों – शिशु वर्ग, बाल वर्ग, किशोर वर्ग एवं तरुण वर्ग में आयोजित की गई| प्रतियोगिताओं  के निरक्षण के लिए 32 निर्णायकों की भूमिका प्रभावी रूप से रही|

उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता माननीय रवि कुमार जी सह-संगठन मंत्री विद्या भारती हरियाणा का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ| विशिष्ट अतिथि के नाते श्री आशीष कुमार जी, SDM गोहाना एवं डॉ राजेंदर जी उपकुलपति DCRUST रहे| विद्या भारती, हरियाणा के सरंक्षक एवं प्रांतीय ज्ञान विज्ञान मेला प्रभारी माननीय श्याम बिहारी जी ज्ञान विज्ञान मेले में तीनों दिन उपस्थित रहे| जिनका मार्गदर्शन मेले को सुचारू ढंग से चलाने में सराहनीय रहा है| माननीय रवि कुमार जी ने ज्ञान विज्ञान मेले के आयोजन की आवश्यकता के बारे में बताया कि क्यों बालकों के सर्वांगीण विकास की दृष्टि से विद्यालय से राष्ट्रीय स्तर तक मेले का आयोजन किया जाता है| विज्ञान को प्रायोगिक रूप में ही सिखा जा सकता है |विज्ञान में खोज करते समय मानव कल्याण का भाव मन में रहा हो तो विज्ञान सभी के लिए चमत्कारी सिद्ध हो सकता है| यदि मानव कल्याण का भाव नहीं रहा  तो भौतिक प्रगति होते होते विज्ञान अभिशाप भी बन सकता है | आज का पर्यावरण समस्या इसका उदाहरण है| डॉ राजेन्द्र अनायत जी ने बालकों की सफलता के गुर सिखाए| उन्होंने कहा अंग्रेजी ज्ञान नहीं है मात्र एक भाषा है| ज्ञान कम है इसकी चिंता आवश्यक नहीं है ज्ञान जितना है उसका उपयोग कैसे कर सकतें है ये अधिक महत्वपूर्ण है| प्रतिस्पर्धा किसी अन्य से न करके अपने आप से करनी चाहिए

ज्ञान विज्ञान मेले का परिणाम में शिशु वर्ग में विज्ञान प्रश्न मंच से जतिन, गोपाल विद्या मंदिर-जींद, बाल वर्ग में वंशिका शिक्षा भारती राम नगर-रोहतक, किशोर वर्ग में प्राची श्रीमद्भागवत गीता व० मा० विद्यालय-नारायणगढ एवं तरुण वर्ग में निधि गीता विद्या मंदिर व० मा० विद्यालय-गोहाना सहित सभी वर्गों में कई विद्यार्थियों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया

22 अक्टूबर 2018 को मेले का समापन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय श्री विनय कुमार (उपयुक्त सोनीपत) एवं वशिष्ट अतिथि प्रो० आर० के० मित्तल – उपकुलपति चौ० बंसीलाल विश्व विद्यालय भिवानी रहे जिनकी उपस्थिति ने समापन समारोह के उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया|

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में माननीय बालकिशन जी संगठन मंत्री विद्या भारती हरियाणा जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ| उन्होंने मेले के माध्यम से विद्या भारती के लक्ष्य एवं उद्देश्य की स्पष्ट कल्पना दी और कहा कि 1952 से निरन्तर हम इस लक्ष्य की और बढ़ते रहे है|

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *