कुरुक्षेत्र, विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के प्रकाशन कार्यालय ‘‘लज्जाराम तोमर भवन’’ का शिलान्यास पूज्य स्वामी वेदानन्द जी महाराज एवं पद्मश्री माननीय ब्रह्मदेव शर्मा (भाईजी) संरक्षक विद्या भारती के कर-कमलों द्वारा किया गया। शिलान्यास उत्सव की अध्यक्षता मनीष ग्रोवर, राज्यमंत्री तथा शहरी एवं स्थानीय निकाय मंत्री, हरियाणा सरकार ने की। गरिमामयी उपस्थिति के रूप में सुभाष सुधा, विधायक थानेसर तथा डा0 पवन सैनी, विधायक, लाडवा उपस्थित रहे। इस अवसर पर हवन-पूजन के साथ लज्जाराम तोमर भवन की नींव रखी गई तथा नामपट्ट का अनावरण श्री मनीष ग्रोवर द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों – कविता, समूह गान, हरियाणवी नृत्य का आयोजन भी किया गया। इस कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री श्री हेमचन्द्र ने कहा आज की शिक्षा प्रणाली में आमूलाग्र परिवर्तन आवश्यक है प्रत्येक विद्यार्थी को धर्म के आधारभूत तत्व अवश्यमेव पढाए जाने चाहिए। जिन्होंने उन उच्च तत्वों को अपने आचरण में उतारा है और दिग्दर्शित किया है ऐसे अपने महान पूर्वजों के जीवन चरित्र उन्हें पढाए जाने चाहिएं। उन्हें अपना विशुद्ध एवं सत्य इतिहास पढाना चाहिए तथा अपनी राष्ट्रीय विरासत के भव्यतम पहलुओं को उनके सम्मुख रखना चाहिए। समारोह में बोलते हुए राज्यमंत्री श्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में उपस्थित रहकर मुझे जिन विभूतियों का सान्निध्य मिला है यह अवसर सदा स्मरणीय रहेगा। शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती के विद्यालयों का सम्पूर्ण देश में अतुलनीय योगदान है जहां शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को संस्कारों का पाठ भी पढ़ाया जाता है। हमें जिन बातों के लिए टिप्पणियां की जाती थीं आज स्थिति ऐसी उत्पन्न हो गई है कि हमारे विरोधी भी मंदिरों में जाने लगे है और मंच से भाषण देते समय अपनी माला भी गले में डालकर दिखाने लगे हैं। यह बदलाव निश्चित ही 1925 ई. में डॉ0 हेडगेवार जी की कल्पनाशीलता का ही परिणाम है। उन्होंने 11 लाख रुपये अनुदान की घोषणा भी की।
पद्मश्री ब्रह्मदेव शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि विद्या भारती किसी एक विशेष वर्ग की शिक्षा व्यवस्था के स्थान पर सब समाज को शिक्षा किस प्रकार से सुलभ हो सके इस दिशा में 1952 से काम कर रही है तथा समाज का पिछले अनेक वर्षों से निरन्तर सहयोग मिल रहा है। जिसके कारण नियमित रूप से सर्वत्र विस्तार हो रहा है। इस भवन के माध्यम से पूरे उत्तर क्षेत्र जिसमें जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा तथा दिल्ली के राज्यों में साहित्य तथा शोध के माध्यम से राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक विचारों का प्रसार होगा। उन्होंने आह्वान किया कि विद्या भारती को बालिकाओं के लिए पूर्ण आवासीय विद्यालय कुरुक्षेत्र में स्थापित करना चाहिए इसके लिए यथासंभव प्रयास किए जाने चाहिएं। कुरुक्षेत्र शिक्षा के केन्द्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है विद्या भारती के अनेक विद्यालय हरियाणा बोर्ड, सी.बी.एस.ई. बोर्ड से मान्यता प्राप्त कर चल रहे हैं। बालिकाओं का अलग विद्यालय भी चल रहा है परन्तु बालिकाओं के पूर्ण आवासीय विद्यालय की आवश्यकता को देखते हुए इसे प्रारंभ करना चाहिए। डा0 पवन सैनी, विधायक – लाडवा ने कहा कि लज्जाराम तोमर जी के सान्निध्य में मुझे भी विद्या भारती के विद्यालयों में सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। वे कुशल शिक्षाविद् तो थे ही साथ ही एक प्रखर व्यक्तित्व के धनी थे।
आशीर्वाद के रूप में बोलते हुए पूज्य स्वामी वेदानन्द महाराज जी ने कहा कि आज इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित पद्मश्री ब्रह्मदेव शर्मा जी वे व्यक्तित्व हैं जिनके साथ मैं आपातकाल में जेल भी गया तथा जेल में एक ही कमरे में रहे और एक साथ रिहा हुए। इतना ही नहीं मुझे जिस दिन संन्यास की दीक्षा मिली उस दिन भी आप प्रत्यक्ष उपस्थित थे। आपका सदा सहयोग मिलता रहता है। आज इस अवसर पर आप सबकी उपस्थिति से हमें विश्वास है कि यह कार्य समाज के लिए है इसीलिए आप सबकी आहुति और सहयोग मिल रहा है। विद्या भारती के इस नवनिर्मित ‘‘लज्जाराम तोमर भवन’’ के माध्यम से निश्चय ही समाज में सद्साहित्य एवं अच्छे विचारों के प्रसार को और बल मिलेगा। उत्तर क्षेत्र के मंत्री श्री सुरेन्द्र अत्रि ने सभी अतिथियों का परिचय एवं सम्मान करवाया तथा क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री अशोक पाल जी ने 1 लाख रुपये का सहयोग करते हुए उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।