शिक्षा एवं खेल विद्यार्थियों को ऐसे संस्कार सिखाते हैं जिनसे उनकी एक अलग पहचान बनती है: बालकिशन

शिक्षा और खेल एक ही सिक्के अर्थात सफलता के दो पहलू हैं। बच्चों की मानसिक थकान को  दूर करने तथा उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने हेतु खेलना अत्यन्त लाभकारी होता है। इसी दिशा में प्रयास करते हुए विद्या भारती द्वारा गीता निकेतन आवासीय विद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय 31वें खेल समारोह का आयोजन किया गया| जिसके उद्घाटन में मा. रवि कुमार जी सह-संगठन मंत्री विद्या भारती हरियाणा, मा. ऋषिराज वशिष्ठ जी अध्यक्ष, हिन्दू शिक्षा समिति    श्री सुभाष सुधा जी विधायक थानेसर एवं सीमा गोस्वामी पर्वतारोही उपस्थित रहे कार्यक्रम का का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ| सीमा गोस्वामी जी ने अपने उद्बोधन में कहा की शरीर को स्वस्थ रखने के किये खेल भी अतिआवश्यक है एवं खेल को खेल की भावना से खेलें| मा. ऋषिराज वशिष्ठ जी अपने उद्बोधन में कहा कि सभी खिलाडी अनुशासन में रह कर खेलें एवं निर्णायकों के निर्णय का सम्मान करें|

सभी खिलाडिय़ों में स्फूर्ति और उत्साह दिखाई दिया। खिलाडिय़ों ने फुटबॉल, कबड्डी, हैण्डबॉल, वालीबॉल, योगा, कुश्ती, बॉक्सिंग इत्यादि विभिन्न खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया

समारोह में गीता निकेतन आवासीय विद्यालय की फुटबॉल टीम की खिलाड़ी बहनों ने अपने लक्ष्य को भेदकर जीन्द की बहनों को 7-0 से हराकर खेल का शानदार प्रदर्शन किया । अपनी विजयी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए विद्यालय के  भैयाओं की किशोर वर्ग की वालीबॉल टीम एवं बाल वर्ग की फुटबॉल की टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान अर्जित किया।

फुटबॉल में गोहाना के किशोर वर्ग  भैयाओं की टीम एवं हैण्डबॉल में जीन्द के  किशोर वर्ग के भैयाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। सभी खिलाड़ी पूरी तन्मयता से जीत हासिल करने के लिए संघर्षरत रहे।

स्थानीय गीता निकेतन आवासीय विद्यालय में तीन दिवसीय 31वें प्रांतीय खेलकूद समारोह का समापन भव्य समारोह के बीच हुआ। इस खेलकूद समारोह में सभी विद्यार्थियों ने दम-खम एवं उत्साह के साथ भाग लिया।

डॉ. पवन सैनी, विधायक, लाडवा द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ समापन कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। विद्यालय के प्राचार्य श्री नारायण सिंह जी ने मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथि महानुभावों का परिचय करवाते हुए स्वागत किया।

मुख्य अतिथि ने खिलाडियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेलों में रूचि बढ़ाने के साथ-साथ खेलों को  खेल की भावना से खेलकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा की एक खिलाड़ी को शारीरिक रूप से ही नहीं अपितु मानसिक रूप से स्वस्थ बनना चाहिए। मुख्य अतिथि ने उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए सभी खिलाडियों को बधाई दी।

विद्या भारती हरियाणा प्रांत के संगठन मंत्री, मा. बालकिशन जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा एवं खेल विद्यार्थियों को ऐसे संस्कार सिखाते हैं जिनसे उनकी एक अलग पहचान बनती है।

विद्यालय के छात्रों ने मंचीय कार्यक्रम में समूहगान हरियाणवी लोकगीत मन में उठे लोर… एवं देशभक्ति सामूहिक नृत्य प्रस्तुत कर सभी के मन को मोह लिया। इसके उपरान्त पुरस्कार वितरण में मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष डॉ. ऋषिराज वशिष्ठ जी ने विजयी खिलाडियों को मैडल पहनाकर पुरस्कृत कर आगामी प्रतियोगिताओं की शुभकामनाएँ प्रेषित की।

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