शिक्षा के साथ साथ बच्चों को आधारभूत विषयों का ज्ञान भी देना आवश्यक है इन्हीं आधारभूत विषयों में से एक संगीत विषय है । संगीत विषय का ज्ञान छात्रों तक पहुंच सके एवम् कार्य को गति मिल सके इस हेतु से विद्या भारती हरियाणा द्वारा एक दिवसीय संगीत आचार्यों की कार्यशाला का आयोजन 15 अप्रैल 2019 को संस्कृति भवन, कुरूक्षेत्र में किया गया। जिसमें प्रांत के 9 संकुलों से 26 संगीत प्रमुख एवम् वंदना प्रमुख ने भाग लिया। इस कार्यशाला में माननीय हेमचंद जी अखिल भारतीय प्रभारी संगीत विषय एवम् माननीय रवि कुमार जी संगठन मंत्री विद्या भारती हरियाणा ने मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवम् वंदना के साथ किया। हेमचंद जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा के साथ संगीत भी छात्र के विकास महत्वपूर्ण है विद्या भारती के विद्यालयों की वंदना अपने आप में ही अलग है उन्होंने कहा की संगीत व्यक्ति को अंतर्मुखी बनाता है पाश्चात्य संगीत बहिर्मुखी बनाता है। इसके अलावा संगीत जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों पर प्रकाश डाला। इस कार्यशाला में अखिल भारतीय तीनो गीतों का अभ्यास किया गया एवम् संकुलों में आगामी योजना का भी गठन किया गया। मा० रवि कुमार जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यालयों में बाल केंद्रित एवम् बाल संचालित वंदना सभा हो। संगीत विषय के पाठ्यक्रम का क्रियान्वयन हो। विद्यालयों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बालकों की प्रतिभा अधिकाधिक अभिव्यक्त हो और संस्कार पूर्ण प्रस्तुतियाँ हो। इसी प्रकार शन्ति मंत्र के साथ कार्यशाला का समापन किया गया ।