समर्पण व हम सब की भागीदारी से ही शिक्षित समाज की संकल्पना की जा सकती है। विद्याभारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान आज पूरे विश्व में संस्कारवान शिक्षा का प्राय: बन चुका है। देश भर में 13000 विभिन्न स्तर के शिक्षण संस्थान, 12500 संस्कार केन्द्र, 1.5 लाख आचार्य बंधुओं के सहयोग से हर वर्ष संस्कारवान व भविष्य निर्माण करने वाली शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। विद्याभारती के विद्यालयों में पढ़ कर लाखों पूर्व छात्र विश्व भर में भारत का नाम ऊंचा कर रहे हैं। हमारा संकल्प है कि हर विद्यार्थी को भारत के गौरवशाली इतिहास से जोड़ा जाए। हम सब को अपना कर्त्तव्य समझ कर विद्याभारती के पुण्य कार्य में सहयोग करना चाहिए। ये विचार ब्रह्मदेव शर्मा, संरक्षक विद्याभारती, अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान ने विद्याभारती हरियाणा के प्रांत कार्यालय ‘भारती भवन’ के भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम में रखे।
मनीष ग्रोवर, सहकारिता मंत्री, हरियाणा सरकार ने कहा आजादी के बाद बनी सरकारों ने शिक्षा का व्यवसायीकरण कर दिया। लेकिन विद्याभारती के विद्यालय आरंभ होने के बाद गरीब व जरूरतमंद बालकों को संस्कारवान शिक्षा मिलनी आरंभ हुई। विद्याभारती के विद्यालय से शिक्षित विद्यार्थी देश निर्माण में अपना योगदान दे रहा है।
पवन सैनी, विधायक, लाडवा ने कहा कि आज निर्माण का युग चल रहा है जिसमें शिक्षित व संस्कारी नागरिकों की महत्ता बढ़ गई है। विद्याभारती आज एक सुदृढ़ व सशक्त भारत का निर्माण करने में अहम योगदान कर रही ह
विद्याभारती हरियाणा के संगठन मंत्री बाल किशन ने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए बताया कि प्रांत कार्यालय में शिक्षा में अनुसंधान के लिए भी काम किया जाएगा। जिससे समाज के हर हिस्से को लाभ मिलेगा। चेतराम, मंत्री ग्रामीण शिक्षा विकास समिति ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में मुख्यरूप से हेमचंद्र, सुरेन्द्र अत्रि, डॉ ऋषि राज वशिष्ठ, जगन्नाथ शर्मा, रवि कुमार, सह संगठन मंत्री, हिम्मत सिंह सिन्हा, अवधेश पांडेय, मंत्री विद्याभारती व सभी विद्यालयों के प्रबंध समिति के सदस्य व अध्यापक उपस्थित रहे।