
आज देश में विपरीत परिस्थितियों के चलते चुनौतियों का सामना करते हुए शिक्षा के कदम रुके नहीं है। इन्ही परिस्थितियों में आ रही चुनौतियों का हल निकालने के लिए विद्या भारती हरियाणा (हिन्दू शिक्षा समिति व ग्रामीण शिक्षा विकास समिति) द्वारा 10वीं व 12वीं बोर्ड की कक्षाओं के विभाग प्रमुखों एवं प्रधानाचार्यों की ऑनलाइन बैठक का आयोजन 26 दिसम्बर 2020 (शनिवार) को किया गया।
कक्षा 10वीं के प्रतिभागियों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे जैसे विद्यार्थियों की उपस्थिति, समय पर पाठ्यक्रम को पूरा कैसे किया जाए, परीक्षा से पहले प्री बोर्ड की परीक्षा की तिथि तय करना, कई प्रकार की व्यवहारिक कठिनाइयों का सामना करना, कोविड-19 जांच व आदर्श प्रश्न पत्र की तैयारी आदि। इसी प्रकार कक्षा 12वीं के प्रतिभागियों ने वर्तमान समय में उपस्थिति का प्रतिशत कैसे व्यवस्थित करें, पाठ्यक्रम पूर्ण ऑनलाइन होने के कारण अधिगम समस्या, वर्तमान में प्रत्यक्ष विद्यालयों की तैयारी व अन्यान्य विषयों पर भी विस्तार से विचार रखें गए।
सभी के सुझावों को सुनने के बाद श्री रवि कुमार संगठन मंत्री विद्या भारती हरियाणा ने समाधान की दृष्टि से विभिन्न बिन्दूओं पर सुझाव देते हुए कहा कि अभिभावकों से संपर्क करना चाहिए, कक्षाश: अभिभावकों कि बैठक आयोजित हों। छात्रों की दिनचर्या के साथ पढने के घंटों की जांच हो। साथ ही उन्होंने प्रयोगशाला के उपयोग के विषय में भी अपना दृष्टिकोण रखा।
बैठक में अंतिम सत्र में श्री सुरेन्द्र अत्री उपाध्यक्ष विद्या भारती उत्तर क्षेत्र ने अपने विचार रखते हुए प्रधानाचार्य एवं विभाग प्रमुखों की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नेतृत्व व मार्गदर्शक की भूमिका में अहंकार को त्याग कर ही विद्या भारती के लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है। वर्तमान समय में परीक्षा की तैयारी करवाते समय भी प्रधानाचार्य एवं विभाग प्रमुखों की भूमिका मार्गदर्शक की ही रहनी चाहिए। अपने वक्तव्य में अनेक प्रेरक प्रसगो के माध्यम से भी प्राचार्य की भूमिका को समझाने पर बल दिया। इस बैठक में प्रान्त से कुल 9 संकुलों से 54 प्रतिभागीयों (22 सह्भागी 18 प्राचार्य 36 विभाग प्रमुखों) ने भाग लिया।