विद्या भारती हरियाणा के मार्गदर्शन में ग्रामीण शिक्षा विकास समिति के अंतर्गत गीता विद्या मंदिर, बड़ागाँव करनाल में 1 जून से 16 जून तक आचार्य विकास वर्ग का आयोजन किया गया| जिसमे 15 ग्रामीण विद्यालयों से 36 प्रतिभागी (25 बहनें एवं 11 भैया) आचार्यों ने भाग लिया| वर्ग की दिनचर्या प्रात: 4:30 से रात्रि 10 बजे तक रही| जिसमें प्रात: स्मरण, योग, वंदना एवं वंदना अभ्यास, दिशा बोध, शिक्षण व चर्चा सत्र एवं रात्रि कार्यक्रम रहते थे| आचार्य विकास में श्री चेतराम जी, महामंत्री ग्रामीण शिक्षा विकास समिति वर्गपालक के नाते रहे| वर्ग व्यवस्था के नाते सञ्चालन टोली में 8 प्रधानाचार्य एवं विद्यालय की और से 5 आचार्य/कर्मचारी एवं 4 छात्र प्रबंधक वर्ग में रहे|
आचार्य विकास वर्ग का दिशाबोध में सामाजिक समरसता, विद्या भारती की विकास यात्रा, आधारभूत विषय एवं सर्वंगीण विकास, हमारा लक्ष्य, विद्यालय के विद्यालय सामाजिक चेतना का केंद्र बने, भारतीय विज्ञानं की उज्ज्वल परम्परा, भारतीय नारी की दिव्यता एवं भव्यता, भारतीय शिक्षा जगत की चुनौतियां, हमारा मातृ संगठन संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, वर्तमान भारतीय वैश्विक चुनौतियां, एकात्म मानव दर्शन जैसे महत्वपूर्ण विषय रहे जिनका मार्गदर्शन माननीय हेमचंद जी , श्री हर्ष कुमार जी, श्री चेतराम जी एवं श्री विजय जी नड्डा द्वारा किया गया इसके अतरिक्त चर्चा सत्र, I.C.T, मीडिया एवं प्रचार, प्राथमिक चिकित्सा के कार्यक्रम
में विभिन्न अधिकारियों ने भाग लिया| आचार्य विकास वर्ग में दिशा बोध के सभी कार्यक्रम P.P.T के माध्यम से हुए|
मानवीय संवेदना जागरण की दृष्टि से शैक्षिक भ्रमण में शिक्षार्थियों को चार टोलियों में क्रमश: अनाथ आश्रम, पिंगला आश्रम, सेवा भारती एवं कुष्ट आश्रम में रहने वाले बन्धु बांधवों के साक्षात् जीवन का अनुभव करवाया| सभी शिक्षार्थी इस भ्रमण से भावुक हुए एवं रात्रि सत्र में उनके अनुभव अति भावुक करने वाले थे |
कार्यकम का समापन15 जून 2018 को सांय 6:00 से 7:00 बजे तक रहा जिसमें शिक्षार्थियों ने शारीरिक, योग , समूहगान, गीत , सूर्यनमस्कार का प्रदर्शन किया| समारोह के मुख्य व्यक्ता श्री राम कुमार जी लोहन सेवानिवृत्त खंड शिक्षा अधिकारी एवं प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य रहे व अध्यक्ष डॉ विश्वराज जी सेवानिवृत्त वैज्ञानिक N.D.R.I करनाल रहे | श्री राम कुमार लोहान जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को अंक ज्ञान सिखाते है उसे पहले छात्र को बौधिक, मानसिक एवं शारीरिक विकास करना अतिआवश्यक है जिसे वह शिक्षा के साथ साथ हर कार्य में सक्षम बने| दीक्षांत समारोह 16 जून को डॉ. अवधेश पाण्डेय जी (मंत्री हिन्दू शिक्षा समिति) के आर्शीवचनों से सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ|