विद्या केवल अक्षर ज्ञान के लिए नहीं अपितु अपने जीवन को साकार करने के लिए ग्रहण करनी चाहिए : दीननाथ बत्रा
“तमसो मा ज्योतिर्गमय” द्वारा बताया गया है कि शिक्षा हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है। विद्यालय की शिक्षा का प्रभाव हमारे जीवन में नजर आना चाहिए एवं विद्या केवल अक्षर ज्ञान के लिए नहीं अपितु अपने जीवन Read more