विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान गत 68 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत है। हिंदुत्व एवं राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत, संस्कारयुक्त एवं मूल्य आधारित शिक्षा के लिए विद्या भारती की पहचान है। संस्थान द्वारा देशभर में लगभग 25000 शिक्षा केंद्रों का मार्गदर्शन किया जाता है। विद्या भारती हरियाणा द्वारा 74 विद्यालय एवं 94 संस्कार केंद्र (एकल शिक्षक विद्यालय) संचालित हैं।
आइये आप भी विद्या भारती के साथ सम्पर्कित विद्यालय के रूप में भारतीय दर्शन पर आधारित शिक्षा स्थापित करने के पुनीत कार्य में जुड़ें।
सम्पर्कित विद्या मंदिर बनने पर मिलने वाली सुविधाएँ :
अनिवार्यता :
- वंदना एवं गीत
- संस्कृति बोध परियोजना (संस्कृति ज्ञान परीक्षा, निबंध प्रतियोगिता )
- आधारभूत विषयों (शारीरिक, योग, संगीत, संस्कृत तथा नैतिक एवं आध्यत्मिक शिक्षा) का क्रियान्वयन
ऐच्छिक :
- पाठ्य पुस्तकें
- पाठ्यक्रम एवं प्रश्नपत्र
- आचार्य विकास वर्ग
- विभिन्न प्रकार के आचार्य प्रशिक्षण वर्ग
- छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु आधारभूत विषय – शारीरिक, योग, संगीत, संस्कृत तथा नैतिक एवं आध्यत्मिक शिक्षा के क्रियान्वयन में सहयोग
- शैक्षिक मार्गदर्शन एवं कार्यकर्ता प्रवास
- इतिहास संस्कृति दर्शन चित्रमाला
- ‘विद्या भारती द्वारा सम्पर्कित विद्यालय’ ऐसा लिख सकते हैं तथा Logo का उपयोग कर सकते हैं ।
विशेष : विद्या भारती द्वारा आयोजित खेलकूद व गणित-विज्ञान मेले में प्रतिभाग नहीं कर सकेंगे ।
सम्पर्कित विद्या मंदिर बनने की प्रक्रिया :
- विद्यालय द्वारा हिन्दू शिक्षा समिति (पंजी०) कुरुक्षेत्र, हरियाणा को आवेदन पत्र।
- सम्पर्कित शुल्क : प्राथमिक विद्यालय (कक्षा शिशु से 5 तक) : 50 रुपये प्रति छात्र वार्षिक। माध्यमिक, उच्च एवं वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (कक्षा 6 से 12 तक) : 100 रुपये प्रति छात्र वार्षिक ।
- शुल्क जमा करवाने पर एवं प्रांत कार्यालय द्वारा प्रेषित स्वीकार्यता पत्र प्राप्त होने पर आपका विद्यालय सम्पर्कित विद्या मंदिर माना जायेगा।
संपर्क सूत्र :
डॉ. अवधेश पाण्डेय, प्रांत-मंत्री
मोबाइल नं. 09416366900
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