बालक के सर्वांगीण विकास में खेल का महत्वपूर्ण  योगदान होता है: अवधेश पाण्डेय

विद्या भारती के तत्वाधान में 32वां प्रांतीय खेलकूद प्रान्त स्तर पर चार स्थानों पर संपन्न हुआ खेलकूद जीवन का महत्वपूर्ण भाग है| बालक के सर्वांगीण विकास में खेल का महत्वपूर्ण  योगदान होता है विद्या भारती 1983 से खेलकूद प्रतियोगिताएँ प्रारंभ हुई| 2007 में विद्या भारती को SGFI से एक स्टेट के रूप में मान्यता मिली| SGFI में विद्या भारती के खिलाडियों का प्रदर्शन उत्कृष्ट हो रहा है| तीन विशेष अवार्ड SGFI से विद्या भारती को प्राप्त हुए है एक स्वछता पुरस्कार, दूसरा Fair Play Award,तीसरा Medal Upgration Award| हरियाणा में प्रतिवर्ष यह आयोजन जुलाई व अगस्त मास में विभिन्न स्थानों पर होते है|

इस वर्ष यह आयोजन 23-25 जुलाई,2019  को हिन्दू वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय-नूंह में हुआ जहाँ खो-खो, शतरंज, योगासन, रस्साकसी की प्रतियोगिता हुई, 5-7 अगस्त को शिक्षा भारती व.मा. विद्यालय, गोहाना रोड रोहतक जहाँ कबड्डी, बैडमिंटन, हैंडबॉल, बॉक्सिंग आदि प्रतियोगिताएँ 10-12 अगस्त को गोपाल विद्या मंदिर व. मा. विद्यालय-जींद जहाँ एथेलेटिक्स, जुडो, कुश्ती एवं 17 अगस्त को श्रीमद्भागवत गीता व.मा. विद्यालय-कुरुक्षेत्र जहाँ फुटबॉल व ड्राप रो बॉल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ | इन स्थानों पर विभिन्न विधाओं में 1475 भैया/बहनों ने भाग लिया | प्रान्त में सफल टीमें क्षेत्र व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेगी| विद्या भारती खेल के साथ संस्कार निर्माण पर बल देती है

कुछ परिणाम इस प्रकार है:-

बैडमिंटन

बाल वर्ग भैया- गीता निकेतन आवासीय विद्यालय एवं बहिनें बिश्नामल जैन सरस्वती विद्या मंदिर, कालांवाली प्रथम रहे

किशोर वर्ग भैया- गीता निकेतन आवासीय विद्यालय एवं बहिनें शिक्षा भारती विद्यालय, रामनगर रोहतक प्रथम रहे

तरुण वर्ग भैया- गीता निकेतन आवासीय विद्यालय एवं बहिनें श्रीमद्भागवत् गीता व.मा. विद्यालय, नारायणगढ प्रथम रहे

फुटबॉल

बाल वर्ग भैया- गीता निकेतन आवासीय विद्यालय, कुरुक्षेत्र प्रथम रहे

किशोर वर्ग भैया- श्रीमद्भागवत गीता व मा. विद्यालय, कुरुक्षेत्र प्रथम रहे

तरुण वर्ग भैया- गीता निकेतन आवासीय विद्यालय एवं बहिनें गोपाल विद्या मंदिर व.मा. विद्यालय, जींद प्रथम रहे

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