नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हम सब की दिशा बदलेगी दिशा बदलने में हम सबकी महत्वपूर्ण भूमिका है । नीति तभी लाभकारी है जब उसका इंप्लीमेंटेशन ठीक प्रकार से हो । यह शब्द श्री हर्ष कुमार जी शैक्षिक प्रमुख ने विद्या भारती उत्तर क्षेत्र ने विद्या भारती हरियाणा द्वारा आयोजित प्रांतीय वार्षिक योजना बैठक (दिनांक 26 से 28 नवम्बर 2021) भारती भवन, कुरुक्षेत्र में कहे । साथ ही उन्होंने वार्षिक योजना के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योजना बनाना तो सरल है पर क्रियान्वयन कठिन होता है इसलिए योजना व्यवहारिक धरातल पर बने । लंबी अवधि को ध्यान में रखकर एवं लक्ष्य के निमित्त व व्यापक वार्षिक योजना तैयार करना उचित रहता है ।
श्री रवि कुमार जी प्रान्त संगठन मंत्री विद्या भारती हरियाणा ने अपने उद्बोधन में विभिन्न बिंदूओं पर चर्चा की जैसे मानक परिषद की ओर से अवलोकन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, आचार्य विकास की दृष्टि से नवीन प्रयोग एवं प्रांतीय गतिविधियों में सहभागिता व अनुवर्तन । साथ ही उन्होंने बताया कि प्रान्त के कार्यक्रम एवं गतिविधियों में सहभगिता समीक्षा के आधार पर हो वार्षिक योजना केवल केलेंडर बनाना नहीं है बल्कि योजना का छोटे छोटे अन्तराल में मूल्यांकन होना चाहिए । मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से सभी आचार्यों का प्रशिक्षण होना चाहिए । उन्होंने बताया कि विद्या भारती हरियाणा अपना 75वीं वर्षगाँठ मना रही है इसकी योजना बनाकर प्रत्येक विद्यालय कायक्रम करे । विद्या भारती द्वारा प्रकाशित पुस्तक बाल बलिदानी अपने आचार्यों एवं प्रबंध समिति के सदस्यों तक पहुचाएं ।
श्री सुरेंदर अत्री जी उपाध्यक्ष विद्या भारती उत्तर क्षेत्र ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि पूर्व छात्र हर विद्यालय की पूँजी होती है इसलिए पूर्व छात्र, विद्वत परिषद का गठन करना और अपने पूर्व छात्रों को पोर्टल में पंजीकरण करना आवश्यक है । हमारा लक्ष्य राष्ट्रभक्ति व हिंदुत्व की ओर बढ़ने की ओर इंगित करता है । प्रान्त द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में समय समय पर वेबिनार एवं प्रश्नोतरी आयोजित हो रही है इसमें सभी सहभगिता करें । श्री देश राज शर्मा जी मंत्री विद्या भारती उत्तर क्षेत्र ने कहा कि लक्ष्य प्राप्ति में सफलता के लिए सेना की योजना में एक टेबल पर योजना रचना का अध्ययन किया जाता है तभी योजना का परिणाम सफल आता है । विद्या भारती में नई शिक्षा नीति का लगभग 40 % तक पहले से ही क्रियान्वयन होता चला आ रहा है । हर विद्यालय में क्रियान्वयन की टोली बने ।
श्री चेतराम शर्मा जी मंत्री ग्रामीण शिक्षा विकास समिति ने लेखांकन से सम्बन्धित बिन्दुओं पर चर्चा का विषय रखा कि अकाउंट कैश बुक प्रतिदिन लिखना व हस्ताक्षर करना, आय-व्यय वाउचर, खरीद के बिल भुगतान से पहले स्टॉक रजिस्टर में दर्ज करना । शुल्क का 80% वेतन में 20% अन्य खर्चों के लिए अलग अलग करना । छात्र उपस्थिति पंजिका में शुल्क विवरण भरना संपत्ति का रखरखाव , एफडी का रजिस्टर, स्टाफ की सर्विस बुक्स, सर्विस फाइल,सैलेरी बिल में आचार्य के हस्ताक्षर ये कार्य करना अति आवश्यक है ।
श्री राम कुमार जी प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख ने आगामी वर्ष के वार्षिक पंचांग, प्रशिक्षण योजना एवं विद्यालय आधारित प्रशिक्षण की योजना की प्रस्तुति सबके समक्ष रही । इस योजना में प्रान्त के 9 संकुलों से 34 प्रधानाचार्य एवं 8 विषय प्रमुखों ने सहभागिता की ।